| 1. | निधि वहन लेखा का एक अन्य पक्ष भी उल्लेखनीय है.
|
| 2. | संक्षिप्त में निधि वहन लेखा से संबद्ध (प्राप्त) निष्कर्ष निम्नांकितहै.
|
| 3. | निधि वहन लेखा में इन दोनों मापदण्डों काप्रयोग किया जाता है.
|
| 4. | निधि वहन लेखा में (५) समयवाचकीयपक्ष का भी विवरण होता है.
|
| 5. | निधि वहन लेखा की संरचना में एक अन्य (२) सिद्धांत का भीअनुसरण किया जाता है.
|
| 6. | निधि वहन लेखा में कुछअन्य संयिक्राओं के कारण भी निबंधन में अ-समसामयिकता उत्पन्न हो सकती है.
|
| 7. | जैसा उपरोक्त तर्क में वर्णित है, प्रायः २१ प्रकारकी संक्रियाओं का विवरण निधि वहन लेखा में निहित होता है.
|
| 8. | लेखा का संयोजितीकरण एवं एकीकरणनिधि वहन लेखा में, क्षेत्रीय लेखा को दो दृष्टिकोण के आधार पर प्रस्तुतकिया जाता है.
|
| 9. | निधि वहन लेखा का समायवाचकीय पक्षनिधि वहन लेखा में, संक्रियाओं के विवरण से संबद्ध समय पक्ष भीमहत्व-~ पूर्ण होता है.
|
| 10. | निधि वहन लेखा का समायवाचकीय पक्षनिधि वहन लेखा में, संक्रियाओं के विवरण से संबद्ध समय पक्ष भीमहत्व-~ पूर्ण होता है.
|